2025 Housing Income: अगर आप मकान किराए से आमदनी कमा रहे हैं, तो आपके मन में यह सवाल जरूर आता होगा कि इस पर आपको कितना टैक्स देना होगा। 2025 में आयकर नियमों में कुछ बदलाव हो सकते हैं, जो आपकी जेब पर सीधा असर डाल सकते हैं। इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि मकान किराए से होने वाली आमदनी पर कितना टैक्स देना होगा और कैसे आप कुछ बचत कर सकते हैं। अगर आप इस बारे में पूरी जानकारी चाहते हैं, तो इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।

2025 में मकान किराए से आमदनी पर टैक्स की पूरी जानकारी

मकान किराए से होने वाली आमदनी को ‘हाउस प्रॉपर्टी इनकम’ कहा जाता है, और यह आपकी टैक्सेबल इनकम का हिस्सा होती है। 2025 में भी पुराने नियम लागू हो सकते हैं या फिर कुछ नए बदलाव देखने को मिल सकते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि किराए की आमदनी पर टैक्स की गणना करते समय कुछ खर्चों को काटकर नेट इनकम निकाली जाती है, जिस पर टैक्स लगता है।

किराए की आमदनी पर टैक्स कैसे कैलकुलेट होता है?

मकान किराए से होने वाली आमदनी पर टैक्स कैलकुलेट करने के लिए निम्नलिखित स्टेप्स फॉलो किए जाते हैं:

  • ग्रॉस एनुअल वैल्यू (GAV): यह वह पूरी रकम है जो आपको साल भर में किराए के तौर पर मिलती है।
  • म्युनिसिपल टैक्स और मेन्टेनेंस खर्च: इन खर्चों को GAV में से घटाया जाता है।
  • स्टैंडर्ड डिडक्शन: 30% की स्टैंडर्ड डिडक्शन मिलती है, जिसके बाद बची हुई रकम पर टैक्स लगता है।

2025 में क्या बदलाव हो सकते हैं?

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 2025 के बजट में सरकार किराए की आमदनी पर टैक्स में कुछ राहत दे सकती है। खासकर, छोटे वर्ग के लोगों को फ़ायदा पहुंचाने के लिए स्टैंडर्ड डिडक्शन की लिमिट बढ़ाई जा सकती है। हालांकि, अभी तक कोई ऑफिशियल घोषणा नहीं हुई है, लेकिन टैक्सपेयर्स को इसकी उम्मीद है।

किराए की आमदनी पर टैक्स बचाने के तरीके

अगर आप चाहते हैं कि आपको किराए की आमदनी पर कम टैक्स देना पड़े, तो नीचे दिए गए तरीके आपके काम आ सकते हैं:

  • होम लोन का इस्तेमाल: अगर आपने मकान खरीदने के लिए लोन लिया है, तो उस पर ब्याज की रकम को किराए की आमदनी में से काटा जा सकता है।
  • प्रॉपर्टी मेन्टेनेंस खर्च: मकान की मरम्मत और देखभाल पर किया गया खर्च भी टैक्स बचत में मदद करता है।
  • सेक्शन 80C का फ़ायदा: अगर आप प्रॉपर्टी के लिए बीमा प्रीमियम या अन्य निवेश करते हैं, तो इस पर भी टैक्स में छूट मिल सकती है।

निष्कर्ष

मकान किराए से होने वाली आमदनी पर टैक्स देना जरूरी है, लेकिन सही जानकारी और प्लानिंग से आप इस टैक्स को कम कर सकते हैं। 2025 में होने वाले संभावित बदलावों पर नजर रखें और अपनी आर्थिक प्लानिंग को अच्छे से मैनेज करें। अगर आपको टैक्स से जुड़ी कोई भी परेशानी हो, तो किसी टैक्स एक्सपर्ट से सलाह लेना न भूलें।